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Showing posts from December, 2018

चचेरे भाई से शादी की तो मेरे बच्चे पर क्या असर हुआ

रुबा और साक़िब एक ऐसे जीन के साथ ज़िंदगी बिता रहे हैं, जिसकी वजह से होने वाली बीमारी का इलाज मुमकिन नहीं है. इस जीन की वजह से चार में से एक बच्चे की बचपन में ही मौत हो सकती है. रुबा और साक़िब पहले ही अपने तीन बच्चों को खो चुके हैं. अब रुबा एक स्वस्थ भ्रूण के लिए आईवीएफ़ की मदद लेना चाहती हैं. साक़िब अल्लाह भरोसे हैं लेकिन कुछ रिश्तेदार चाहते हैं कि उन्हें अलग होकर दोबारा शादी कर लेनी चाहिए. रुबा छोटी उम्र में शादी नहीं करना चाहती थी. उन्होंने यूनिवर्सिटी से ए-लेवल करने की तैयारी की हुई थी. लेकिन माध्यमिक शिक्षा पूरी करने से पहले ही उनके माता -पिता ने पाकिस्तान में उनकी शादी उनके चचेरे भाई साक़िब महमूद से करवा दी. बिना देखे हुई थी शादी रुबा का जन्म ब्रैडफॉर्ड में हुआ और वहीं पली-बढ़ी. शादी से पहले रुबा सिर्फ दो बार पाकिस्तान गई थीं. पहली बार चार साल की उम्र में और दूसरी बार बारह साल की उम्र में. रुबा को याद भी नहीं था जिससे उनकी सगाई हुई वो कैसे दिखते हैं और रुबा ने उनके साथ कभी अकेले में समय भी नहीं बिताया. रुबा 17 साल की थीं और साक़िब 27 साल के थे. साक़िब ड्राइवर थे. ...

7वीं की छात्रा ने हथेली पर लिखा 'आई लव यू मॉम', फिर लगा ली फांसी

राजधानी दिल्ली के नारायणा विहार स्थित निजी स्कूल में पढ़ने वाली सातवीं क्लास की छात्रा ने शनिवार को फांसी लगाकर जान दे दी. मृतक लड़की की मां का आरोप है कि बच्ची ने स्कूल शिक्षिका की रोज-रोज की डांट-फटकार से तंग आकर जान दी. बच्ची की मां कमल राठौर का कहनाहै कि बेटी तीन महीने से कह रही थी स्कूल बदलवा दो. मां ने बताया कि बेटी ने दूसरे स्कूल में एडमिशन करवाने को कहा था, लेकिन उन्होंने बेटी की बात नहीं मानी, इसको लेकर उन्हें पछतावा हो रहा है. बच्ची के पास से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है. इस सुसाइड नोट में बच्ची ने स्कूल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक की मांका आरोप है कि बच्ची ने पड़ोस की लड़की को बताया था कि उसकी क्लास टीचर और बायोलॉजी की टीचर ने उसे शुक्रवार को बहुत डांटा और चरित्रहीन कहा. वो अक्सर उसे डांटते रहते थे. बच्ची की मां का आरोप है कि बच्ची के साथ टीचर बुरा बर्ताव करती थी.  बच्ची ने मौत से पहले अपने हाथ पर लिखा था कि उसकी मौत की खबर स्कूल वालों को दी जाए. साथ ही लिखा कि लॉर्ड कृष्णा, I am coming.. बच्ची ने अपनी मां को आई लव यू भी लिखा.  बच्ची की मां ने बताया कि शनिवार...

क्या आर्थिक नीति पर भारी पड़ेगा सरकार-आरबीआई का रिश्ता?

केंद्रीय रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा तीन कारणों से कारोबारी जगत में चर्चा का विषय बनती है. पहला, केन्द्रीय बैंक देश में महंगाई के खतरे को कैसे आंक रहा है और दूसरा क्या केन्द्रीय बैंक ने रेपो रेट (RR) और कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में बदलाव किया है. इस मौद्रिक समीक्षा में भी केन्द्रीय बैंक इन्हीं मुद्दों पर मंथन कर रहा है लेकिन इस बार के नतीजों में रिजर्व बैंक और केन्द्र सरकार के मौजूदा रिश्ते का संकेत भी मिलेगा.  रेपो रेट वह दर है जिसपर कोई बैंक कम अवधि के लिए केन्द्रीय बैंक से कर्ज लेता है. इसके अलावा इस दर से देश में ब्याज दरें निर्धारित होती हैं जिसपर किसी कारोबारी अथवा आम उपभोक्ता को बैंक से कर्ज और निवेश पर ब्याज मिलता है. कैश रिजर्व रेश्यो बैंक के कुल पैसे का वह हिस्सा है जिसे वह केन्द्रीय बैंक के पास रखता है. इस दर को निर्धारित कर रिजर्व बैंक बाजार में तरलता तय करता है यानी इससे बैंक के पास कर्ज देने की क्षमता में बदलाव होता है. आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा का नतीजा 5 दिसंबर को आएगा. इस बार कारोबारी जगत के साथ आम आदमी की नजर भी रिजर्व बैंक के फैसले प...